नए साल की शुरुआत भी महामारी के दहशत के बीच ही हुई है, मगर इस बार एक पॉज़िटिव बात यह है कि कुछ विशेषज्ञ महामारी के नए रूप यानी ओमीक्रॉन को महामारी खत्म करने वाला बता रहे हैं, भले ही किसी रिसर्च में उनकी बात अभी तक सही साबित न हुई है, मगर एक उम्मीद तो जगी है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा और लोगों को इस महामारी से जल्द छुटकारा मिलेगा। इस खबर को पॉज़िटिव तरीके से लेते हुए नए साल के मौके पर अपने जीवन को खुशहाल और उद्देश्यपूर्ण बनाने के लिए आपको जीवन के किन आधारों पर ध्यान देने की ज़रूरत है? आइए, जानते हैं।
जीवन के 4 आधार
शारीरिक सेहत
आप चिंतामुक्त खुशहाल जीवन तभी जी सकते हैं, जब आप स्वस्थ रहेंगे और स्वस्थ रहने के लिए ज़रूरी है – सही खानपान के साथ ही कसरत, योग व मेडिटेशन को दिनचर्या में शामिल करना। आज के समय में इम्यूनिटी मज़बूत करने के लिए खुद को शारीरिक रूप से स्वस्थ रखना बहुत ज़रूरी है। इसलिए सबसे पहले अपनी डाइट पर ध्यान दें। भोजन में हरी सब्ज़ियों, दाल, मौसमी फल, डेयरी उत्पाद और विटामिन्स व पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ों को शामिल करें। इसके साथ ही कसरत या योग को भी डेली रूटीन में शामिल करें। जब आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे, तभी अच्छे और पॉज़िटिव विचार भी आएंगे।।
मानसिक सेहत
जितना ज़रूरी है शारीरिक सेहत को दुरुस्त रखना, उतना ही ज़रूरी है अपनी मानसिक सेहत का ख्याल रखना, क्योंकि मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति ही हमेशा प्रसन्न और ज़िंदादिल रह सकता है। कोरोना महामारी ने लोगों की मानसिक सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव डाला है, खासतौर पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करके-करते लोगों के रिश्तों में भी दूरियां आ गई हैं और अकेलेपन ने लोगों को मानसिक रूप से प्रभावित किया है। मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए रोज़ाना मेडिटेशन करें, आमने-सामने न सही फोन पर ही दोस्तों व रिश्तेदारों से जुड़े रहें। अपना पसंदीदा काम करें और तनाव से दूर रहने की कोशिश करें।
जीवन का उद्देश्य
आपको ज़िंदगी में क्या करना है या जीवन से आप क्या पाना चाहते हैं, यह पता होना चाहिए। जब आपको अपना लक्ष्य या मकसद पता होगा तभी उसे पाने के लिए आप सही दिशा में आगे कदम बढ़ा सकते हैं। इसलिए नए साल में अपने जीवन का एक स्पष्ट लक्ष्य तय करें और फिर उसे पाने के लिए जी जान से कोशिश करें। जैसे आपने तय किया है कि अगले 6 महीने में 6 किलो वज़न घटाना है तो फिर आज से ही इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपना डाइट कंट्रोल करने से लेकर कसरत तक का रूटीन भी सेट कर लें और उसका पालन करना शुरू कर दें।
रिश्ते
खुशी में किसी को गले लगाने और गम में किसी के कंधे पर सिर रखने का मन होता है न आपका भी? तो फिर आपके पास यदि ऐसा रिश्ता है जो गम और खुशी दोनों मौकों पर आपका साथ देता है, तो उस रिश्ते को सहेजकर रखें, क्योंकि खुशियां बांटने वाले तो फिर भी मिल जाते हैं, मगर गम में साथ देने वाले सच्चे रिश्ते खुशकिस्मत लोगों को ही मिलते हैं।
रिश्ते हमें जीने का मकसद और खुश रहने की वजह भी देते हैं, इसलिए नए साल के मौके पर अपने खूबसूरत रिश्तों को संभालकर रखिए।
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