आजकल हर कोई मन को शांत रखने और एकाग्रता के लिए किसी न किसी रूप में मेडिटेशन करते हैं, लेकिन कम्पैशन मेडिटेशन (करुणा ध्यान) सिर्फ अपने आप तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सबके प्रति करुणा और सहानुभूति का भाव लाता है।
सबके लिए करुणा का भाव
मेडिटेशन के प्रति लोगों का झुकाव आजकल काफी बढ़ा है और मेडिटेशन की कई तकनीक है जो आपको शांत और भावनात्मक रुप से स्वस्थ रखती है, लेकिन एक मेडिटेशन ऐसा भी है जो सिर्फ व्यक्ति विशेष के मानसिक और स्वास्थ्य के लिए नहीं है, बल्कि यह सबके लिए करुणा का भाव विकसित करता है और यह है कम्पैशन मेडिटेशन यानी करुणा ध्यान।
समय की ज़रूरत है कम्पैशन मेडिटेशन
यदि कोई आपसे पूछे कि आपके लिए करुणा का क्या मतलब है? तो आप कैसे रिएक्ट करेंगे? शायद इसका जवाब तलाशने के लिए आपको दिमाग पर बहुत ज़ोर देना होगा। तो आखिर करुणा है क्या और आजकल क्यों इसके बारे में इतनी बातें की जा रही है? दरअसल, ऐसा इसलिए क्योंकि आज की व्यस्त जीवनशैली में लोगों के पास दूसरों का दर्द महसूस करने, बांटने और उनके प्रति संवेदनशीलता दिखाने की फुर्सत नहीं है। इसलिए करुणा/दया का भाव ज़रूरी है। यह सहानुभूति और संवेदनशीलता है जो आपको पीड़ित की मदद करने के लिए प्रेरित करती है। कम्पैशन मेडिटेशन एक तकनीक है, जो दया की भावना को हमारे अंदर विकसित करती है और यह महसूस कराती है कि दुख में हम अकेले नहीं है। मेडिटेशन की यह तकनीक हमें आत्मकेंद्रित होने से बचाती है और सबके प्रति दयालुता का भावना विकसित करने में मदद करती है।
मानवीय गुणों का विकास
कम्पैशन मेडिटेशन की जड़ें बौद्ध दर्शन से गहरी जुड़ी हुई है। यह आपको दयालु विचारों की ओर ले जाने में मदद करता है। दरअसल, यह तकनीक आपको अपने दुखों के साथ ही दूसरों की पीड़ा से जोड़ती है और आपके अंदर निहित सहानुभूति को जागृत करती है। मेडिटेशन के यह तकनीक आपके अंदर के मानवीय गुणों का और अधिक विकास करती है।
अजनबियों के प्रति दया भाव
यह स्वयं के लिए करुणा है जिसमें आप पहले दूसरों के लिए सहानुभूति का भाव प्रकट करते हैं और फिर उसे खुद से जोड़ते हैं। फिर आपके ग्रुप के बाहर के लोगों के लिए मेडिटेशन तकनीक है। करुणा ध्यान पहले अपने लिए करुणा भाव लाता है, फिर अपने प्रियजनों और अंत में इसमें उन सभी को शामिल कर लिया जाता है जो अजनबी है। यह तकनीक उनके लिए भी अपनाई जा सकती है जिन्हें आप नापसंद करते हैं या जिन पर गुस्सा आता है। दरअसल, यह ऐसे सामाजिक समूहों के प्रति साहनुभूति पैदा करता है जो समाज से बहिष्कृत हैं। कम्पैशन मेडिटेशन मूल रूप से सभी के दुख कम करने में मदद करती है जिसमें हम खुद भी शामिल हैं। दरअसल, यह मेडिटेशन तकनीक सबके प्रति दया भाव पैदा करके खुशी फैलाती है और दुनिया को रहने के लिए एक बेहतर स्थान बनाती है।
और भी पढ़िये : झगड़े के दौरान गुस्से पर कैसे करें कंट्रोल?
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।