आज की बढ़ती तनावपूर्ण जीवनशैली में मेडिटेशन की अहमियत बहुत बढ़ गई है क्योंकि यह तनाव को कम करके आपको मानसिक शांति प्रदान करता है। यही वजह है कि आजकल हर तरफ बस मेडिटेशन की ही चर्चा हो रही है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि मेडिटेशन संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन यदि कोई किसी कारणवश मेडिटेशन नहीं करना चाहता है, तो मानसिक शांति के लिए अन्य तरीके भी अपनाये जा सकते हैं, जिसका फायदा मेडिटेशन जैसा ही मिलेगा।
सैर करें
चलना स्वाभाविक रूप से मेडिटेशन ही है। ज़रा सोचिये कैसे आपके दाहिने पैर, बायें पैर में लय बनती हैं और सांस लेने और छोड़ने में भी एक रिदम रहता है। साथ ही आप बहुत तेज़ नहीं चलते है, जिससे अपने आसपास की छोटी-छोटी चीज़ों को नोटिस करते हैं। सैर करने या चलने का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं, तो चलते समय संगीत न सुनें, बस उस पल पर ध्यान केंद्रित करें।
बैठकर घास को बढ़ता हुआ देखें
कुछ देर खुले आसमान के नीचे घास पर बैठिये। इससे आप खुद को प्रकृति से जुड़ा हुआ महसूस करेंगे और मानसिक शांति का अनुभव होगा। घास पर कुछ देर बैठकर उन्हें देखने के बाद आपको वैसा ही अनुभव होगा, जैसा मेडिटेशन के बाद होता है।
फोन से दूर रहें
शायद आपने कभी ध्यान न दिया हो, लेकिन आपके फोन पर बजने वाली घंटी और मैसेज/नोटिफेशन की आवाज़ की वजह से आप किसी भी काम पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं और इसका आपकी सेहत पर भी गहरा असर होता है। जब आप कोई काम कर रहे होते हैं और बीच में फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको बार-बार अपना फोकस बदलना होता है। जैसे किसी से बात करते समय बीच में ही मैसेज चेक करने लगे, फिर दोबारा सामने वाले व्यक्ति पर ध्यान देना होगा। फिर फोन की घंटी बज गई, कुछ मिनट बाद दोबारा सामने वाले पर ध्यान देंगे, इससे दिमाग पर बहुत दबाव पड़ता है।
संगीत सुनें
म्यूज़िक सुनकर आप खुद को वर्कआउट के लिए तैयार करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ सौम्य संगीत आपको सुकून और शांति भी प्रदान करता है ठीक मेडिटेशन की तरह। तो आप अगर बैठे-बैठे मेडिटेशन का फायदा पाना चाहते हैं, तो मधुर और धीमी संगीत वाला कोई गाना सुनें।
घर से 15 मिनट पहले निकलें
जब आप अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिये घर से ही लेट निकलते हैं, तो सफर के दौरान आप तनाव में रहते हैं लेकिन थोड़ा जल्दी निकलने पर आप शांत दिमाग से सफर करके अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं और आसपास मिलने वाले लोगों और चीज़ों का भी आनंद लेते हैं।
और भी पढ़िये : अपने दम पर बनाया जिसने जंगल
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर भी जुड़िये।