क्या आप एक समय में किसी एक काम पर ही फोकस नहीं कर पाते हैं, आपका ध्यान भटकता रहता है, तो अपनी एकाग्रता बढ़ाने के लिए आपको मन को शांत करना होगा और ऐसा मेडिटेशन से ही संभव हो सकता है, तो आज से हर दिन थोड़ा समय ध्यान लगाने के लिए निकाले।
क्या कहता है अध्ययन?
मेडिटेशन या ध्यान का संबंध भले ही हमारी प्राचीन संस्कृति से हो। लेकिन अब इसे पूरी दुनिया अपनाने लगी है और विज्ञान ने भी ध्यान के फायदों को स्वीकारा है। मेडिटेशन करने से एकाग्रता बढ़ती है यानी आप किसी एक काम पर पूरी तरह से फोकस कर पाते हैं। जाहिर है इससे काम बेहतरीन ढंग से होगा। साइकोलॉजिकल साइंस जर्नल में छपे एक अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि गहन मेडिटेशन से लोगों को किसी काम पर पूरा ध्यान लगाने में मदद मिलती है।
अध्ययन में 1970 के रिसर्च का भी ज़िक्र है जिसके मुताबिक, बौद्ध भिक्षुओं की एकाग्रता मेडिटेशन न करने वाले लोगों से बहुत अच्छी होती है। इतना ही नहीं कई अन्य अध्ययन भी इस बात की तस्दीक करते हैं कि मेडिटेशन मस्तिष्क को शांत करके एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है। ट्यूबिंगन यूनिवर्सिटी के अध्ययन के अनुसार, मेडिटेशन से मस्तिष्क सरंचना में स्पष्ट बदलाव देखने को मिले।
एकाग्रता के फायदे
यदि आपका मन एकाग्र हो जाता है तो तनाव अपने आप कम हो जाएगा। आप अधिक रचनात्मक बनेंगे, समस्याओं का तुरंत समाधान निकाल लेंगे, मुश्किल परिस्थितियों में भी शांत रहेंगे और अपना काम बहुत अच्छी तरह से कर पाएंगे। याद रखिए सफलता के लिए काम के प्रति आपका एकाग्र होना बहुत आवश्यक होता है।
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ध्यान से कैसे पाएं एकाग्रता?
मन में चल रहे विचारों के चक्रव्यूह को बस एक बार मेडिटेशन करके नहीं तोड़ा जा सकता, इसके लिए नियमित अभ्यास ज़रूरी है। यदि आप ध्यान की शुरुआत करना चाहते हैं तो यह आसान तरीके अपनाएं।
सांसों पर ध्यान केंद्रित करें
वैसे तो ध्यान की बहुत सी तकनीक है और नई लोगों के लिए गाइडेड मेडिटेशन सबसे अच्छा होता है। लेकिन आप आसान तरीके से भी मेडिटेशन की शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं और अपनी आंखें बंद कर लें। सांस लें और छोड़ें, इस दौरान अपनी सांसों की आवाज़ पर बस ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें, मन में आ रहे विचारों पर ध्यान न दें।
बिना हिले बैठे
इसमें आपको कुछ नहीं करना है, बस आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं और किसी भी मांसपेशी को सक्रिय न करें। बालों में खुजली होने या चेहरे पर गुदगुदी महसूस होने पर भी कोई प्रतिक्रिया न दें, बस शांत होकर बैठे रहें जितने देर बैठ सकते हैं। इससे धीरे-धीरे मन शांत होता है।
मंत्र उच्चारण
एक बार जब आप अधिक देर तक ध्यान मुद्रा में बैठने का अभ्यास कर लेते हैं, तो मंत्र उच्चारण का अभ्यास कर सकते हैं। ओम जैसे आसान मंत्र को बार-बार दोहराएं। पहले गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए ओम बोलें, ऐसा कुछ देर तक करें। पूरा ध्यान सिर्फ आवाज़ पर होना चाहिए।
थोड़ी से कोशिश और सही मेडिटेशन से आप अपनी एकाग्रता बढ़ाकर जीवन में बहुत आगे बढ़ सकते हैं।
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