फिज़िकल और मेंटल हेल्थ के साथ ही इमोशनल हेल्थ का ध्यान रखना भी ज़रूरी भी है। कैसे खुश रहकर आप अपनी वर्क लाइफ में बैलेंस बना सकते हैं, बता रहे हैं डॉ. साई कौस्तुभ दासगुप्ता, जो लेखक, इंटरनेशनल ग्राफिक डिज़ाइनर और मोटिवेशनल स्पीकर हैं।
ऑफिस की ज़िंदगी
मानसिक स्वास्थ्य अच्छा और संतुलित रहने पर आपके पास उन चीज़ों को करने की ऊर्जा रहती है, जिसे आप करना चाहते हैं। जीवन का एक उद्देशय होता है, जिसे आप पाना चाहते हैं और आप चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं। हमारी ज़िंदगी का अधिकांश समय ऑफिस में बीतता है। ऑफिस हमारी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा है, इसलिये यहां का माहौल और काम की संतुष्टि का आपके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। हालांकि ज़रूरी नहीं कि सारे ऑफिस कर्मचारियों के हिसाब से हो, ऐसे में हमारे लिए ज़रूरी है कि हम खुद खुश रहने और संतुलन बनाने की कोशिश करें।
वर्कप्लेस को बनायें हैप्पी प्लेस
आप जहां काम करते हैं, उस जगह का मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत असर पड़ता है। कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप अपने वर्कप्लेस को हैप्पी प्लेस बना सकते हैं ताकि हम हर प्रतिकूल परिस्थिति का सामना कर सकें।
काम से प्यार
अपने वर्कप्लेस पर खुश रहने और मेंटली हेल्दी रहने के लिये ज़रूरी है कि आप जो भी काम करते हैं, उससे प्यार करें। हालांकि यह आसान नहीं है, खासतौर पर उनके लिये जो डिप्रेशन में है और जिनका आत्मविश्वास कमज़ोर हैं। लेकिन याद रखिये अपने काम से प्यार करने पर ही आपकी स्थिरता बढ़ती है। खाली समय में आप अपनी पसंद का कोई काम कर लें। इस तरह से अपने ऑफिस के समय और निजी समय में थोड़ा तालमेल बिठा सकते हैं। थोड़े समय के लिए खुद को खुशी देने वाला कोई काम करने से एनर्जी बूस्ट होती है।
भावनाएं शेयर करें
दूसरों से अपनी भावनाएं शेयर करने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है और इससे मुश्किल हालात में भी आपकी मदद हो जाती है। ऐसे किसी शख्स की पहचान करें, जिसके साथ आप सहज महसूस करते हैं और जो सपोर्टिव हो सकता है। ऑफिस में ऐसा साथी मिलना आपके लिये बहुत फायदेमंद रहता है। आप उनके साथ लंच के लिए बाहर जा सकते हैं। टीममेट्स के साथ बाहर समय बिताने से न सिर्फ नई चीज़ें ट्राई करने के लिए प्रेरित होते हैं, बल्कि इससे विश्वास भी बनता है।
ब्रेक लें
मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिये काम से थोड़ी देर का ब्रेक बहुत ज़रूरी है, भले ही यह 5 मिनट का ही क्यों न हो। काम से थक जाने पर थोड़ी देर के लिए खुद को रिलैक्स करें, आप चाहें तो कोई किताब पढ़ सकते हैं या म्यूज़िक सुन सकते हैं। हमेशा कुछ ऐसा ट्राई करें, जिससे आपको खुशी मिलती है। आपका एटीट्यूड ऐसा होना चाहिये, जिससे सीनियर्स इंप्रेस हो जायें और जूनियर प्रेरित हों। अपनी वर्किंग लाइफ को हेल्दी और हैप्पी बनाने के लिए थोड़ा सा ‘मी टाइम’ बहुत ज़रूरी है।
और भी पढ़िये : सिंगल यूज़ प्लास्टिक का न करें इस्तेमाल
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर भी जुड़िये।