रात में नींद न आने पर अक्सर लोग कुछ पढ़ने लगते हैं यह सोचकर की शायद उन्हें नींद आ जाए, जबकि पढ़ना कुछ लोगों की आदत में शुमार होता है। यकीनन सोने से पहले पढ़ने का आदत बहुत अच्छी है और बहुत से पैरेंट्स बच्चों को भी रात में स्टोरी बुक पढ़ने के लिए कहते हैं, लेकिन पढ़ने की यह आदत तभी फायदेमंद है जब आप सही तरीके से पढ़ते हैं। तो रात में अच्छी नींद के लिए सोने से पहले पढ़ने का क्या है सही तरीका?
पढ़ने का सही तरीका
ध्यान रहे यहां पढ़ने का मतलब है किताब पढ़ना, न कि मोबाइल या लैपटॉप स्क्रीन पर समाचार या कहानी पढ़ना। किताब पढ़ने से आपकी मानसिक सेहत दुरुस्त रहती है। 2013 में एमोरी यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के मुताबिक, रात में सोने से पहले किताब पढ़ने से मूड अच्छा रहता है और तनाव भी दूर होता है। इतना ही नहीं एक शोध से पता चला है कि इससे हम बेहतर और अधिक सकारात्मक महसूस कराते हैं। अपनी पसंदीदा किताब पढ़ने पर आपका दिमाग रिलैक्स हो जाता है और आपको चैन की नींद आती है। जबकि स्क्रीन पर कुछ पढ़ने से उससे निकलने वाली ब्लू लाइट नींद को प्रभावित करती है और आपको सोने में परेशानी होती है। इसलिए सोने से पहले किताब ही पढ़ें।
पढ़ने से पहले दिमाग को करें शांत
यदि दिन की किसी बात या घटना के कारण आप बहुत तनावग्रस्त हैं, तो आपको किताब पढ़ने में भी मज़ा नहीं आएगा और आपका मन नहीं लगेगा। इसलिए ज़रूरी है कि किताब उठाने से पहले मेडिटेशन के ज़रिए दिमाग को शांत किया जाए। लेकिन यह कोई एक दिन करने वाली चीज़ नहीं है कसरत की तरह की इसका भी रोज़ाना अभ्यास ज़रूरी है तभी फायदा होगा। बिस्तर पर जाने से पहले ध्यान लगाएं और जब दिमाग में उठा विचारों का तूफान शांत हो जाए, तो कोई अच्छी किताब पढ़ें। मेडिटेशन करने का एक फायदा यह भी होगा कि आप जो पढ़ रहे हैं उस पर पूरी तरह फोकस कर पाएंगे।
दिमाग शब्दों में खो जाता है
जब आप कोई किताब पढ़ते हैं तो दिमाग में कई कल्पनाएं आती हैं और शब्दों में दिमाग खो जाता है, इस दौरान दिमाग को सोचने का अधिक समय मिलता है और आपका शरीर पूरी तरह से आराम की मुद्रा में आ जाता है यानी रिलैक्स हो जाता है, ऐसी अवस्था में आपको आसानी से नींद आ जाती है। यही वजह है कि लोगों को सोने से पहले अच्छी और पॉजिटिव किताब पढ़ने के लिए कहा जाता है।
अच्छी नींद के लिए ज़रूरी है दिमाग का शांत और तनावमुक्त रहना और इसके लिए ज़रूरी है सोने से पहले सही तरीके से सही किताब पढ़ना।
और भी पढ़िये : योगसूत्र के अष्टांग योग में है आठ अंगों का वर्णन
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।