क्या दूसरों से मदद मांगना सही है?

क्या दूसरों से मदद मांगना सही है?

मदद मांगना शर्म की नहीं, साहस का काम है
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मदद मांगना इतना कठिन क्यों है? यह एक ऐसा सवाल है, जो शायद हर व्यक्ति के मन में एक बार ज़रूर आता है। क्योंकि हम ऐसे समाज में रहते हैं जहां आत्मनिर्भरता को महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जाता है। व्यक्ति ये सोचता है कि मदद मांगना यानी दूसरों के एहसान से दबा महसूस होना है। ऐसे में कोई खुद को कमज़ोर और ज़रूरतमंद दिखाना पसंद नहीं करता और मुश्किल में भी दूसरों से मदद नहीं मांगते। यह डर भी होता है कि अगर किसी गलत व्‍यक्ति से मदद मांगेंगे, तो वह इस बात का फायदा उठा सकता है।

लेकिन सच तो यह है कि हम सभी को समय-समय पर मदद की ज़रूरत होती है और इसे मांगना में कैसी झिझक इसलिए जानिये किसी भी समस्या में दूसरों से मदद क्यों मागनी चाहिए।

विश्वास की ओर एक कदम

मदद मांगने से व्यक्ति न केवल अपने जीवन को आसान बना रहा है बल्कि उस व्यक्ति को भी आप बेहतर महसूस करवा रहे हैं। जब हम मदद मांगते हैं, तो हम दूसरों को विश्वास मत भी दे रहे हैं। मदद मांगना व्यक्ति को अपने समुदाय से जोड़ता है और यह उन लोगों के लिए आसान बनाता है, जो भविष्य में आपके लिए मदद मांगते हैं। मदद मांगना कमजोरी का संकेत नहीं है, यह आत्मविश्वास और ताकत का संकेत है।

मज़बूत होते हैं रिश्ते

अगर कोई परेशान है, तो दूसरों से मदद लें। इसमें कोई बुराई नहीं है। अगर कोई व्यक्ति निर्णय नहीं ले पा रहा है, तो किसी दोस्त या परिवार के सदस्य से मदद लें। आखिरकार दोस्त और परिवार ही मुश्किलों में सहारा देने के लिए होते हैं। अगर कोई व्यक्ति की समस्या गंभीर है, तो अपनी परेशानी या दुख को दूसरों से शेयर करके ही उसका हल ढ़ूंढता है। दूसरों से मदद मांगना अपनी समस्या का सामना करने की तरफ पहला कदम है। मदद मांगने से आपसी संबंध मज़बूत होते हैं। साथ ही, जानकारी साझा करके, वह अपनी पॉज़िटिव छाप बनाने में सक्षम होते हैं। दूसरों से जुड़ाव महसूस करना और नई चीजें सीखना, इन दोनों चीज़ों को दूसरों की मदद मांगकर बढ़ाया जा सकता है।

स्पष्ट बात करें

स्पष्ट रूप से बताएं कि किसमें मदद की जरूरत है। मदद लेने पर किसी से माफी न मांगें या व्यस्त है, शर्मिंदगी महसूस हो रही है आदि बातें उनसे कहने की ज़रूरत नहीं है। इस तरह से बात करने का मतलब है कि आप खुद को कमज़ोर महसूस दिखा रहे हैं। इसके बजाय, बस कहें, ‘मुझे मदद की ज़रूरत है … क्या आप मेरे लिए … कल तक कर पाएंगे? जब व्यक्ति की बात स्पष्ट होती है तो मदद देने वाला यह सोचता है कि आपकी क्या, कैसे और कब मदद करनी है।

मदद के लिए पूछना
ज़रूरत पड़ने पर मदद मांगने में कोई परेशानी नहीं | इमेज : फाइल इमेज

मदद मांगना है कौशल

मदद मांगना व्यक्ति को ऐसे लोगों के बीच रहने की अनुमति देता है, जो उसे अच्छा महसूस करा सकते हैं और जीवन में आगे बढ़ने की सुविधा प्रदान कर सकता है। मदद देने वाले लोग आशा करते हैं कि मदद मांगने वाला व्यक्ति चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने में सक्षम हैं, जिससे उसे हिम्मत मिलती है। अगर व्यक्ति मदद मांगने और प्रतिक्रिया प्राप्त करने में सक्षम हैं, तो वह असफलताओं को दूर कर सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं।

सही व्यक्ति का चुनाव

किसी से अपनी ज़रूरत के लिए मदद मांगना तभी संभव हो पाता है, जब व्यक्ति को लोगों की सही पहचान होती है। इसलिए ऐसे लोगों से मदद मांगे जो व्यक्ति की परेशानी को समझ सकें और उनकी कद्र करें।

जिस प्रकार से दूसरे लोग आपकी मदद के लिए आगे आते हैं, उसी प्रकार से जब किसी को आपकी मदद की ज़रूरत हो, तो आप भी सहायता करने से पीछे न हटे।

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