हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी कोई ऐसा कारण आ जाता है, जिससे उसे तनाव हो जाए। ऐसे में लोग अपने दिमाग को आराम देने के लिए मेडिटेशन का सहारा लेते हैं। मेडिटेशन के अभ्यास से दिमाग शांत महसूस करता है। मेडिटेशन आपको खुद को समझने का मौका देता है और यह पता करने में मदद करता है कि आपके दिमाग में तनाव पैदा करने वाली क्या बाते चल रही हैं।
वैसे तो मेडिटेशन करने के कई तरीके होते हैं और इसे करने की कई तकनीक भी है, लेकिन आज हम आपको मंत्र मेडिटेशन के बारे में बताने जा रहे हैं।
क्या है मंत्र मेडिटेशन?
मंत्र यानि मन और त्राइ को जोड़। संस्कृत में मन का मतलब होता है मस्तिष्क या सोच और त्राइ का अर्थ है रक्षा करना या मुक्त करना। इसलिए मंत्र का मतलब है अपने मन या अपनी सोच को किसी भी बंधन या चिंता से मुक्त करना। मंत्र मेडिटेशन में आपको कभी मंत्र का जाप करना होता है, तो कभी बस शांत मन से इसे सुनना होता है, तो कभी मंत्रों को धीमी गति से दोहराया जाता है। मेडिटेशन के समय मंत्रों का जाप अपनी सांसों पर ध्यान देने और एकाग्रता बढ़ाने के लिए होता है। मंत्रों की हर ध्वनि में अपना एक कंपन होता है, जो दिमाग की अलग-अलग अवस्थाओं में आपको अपना फोकस बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए मेडिटेशन के समय जब मंत्रों को दोहराया जाता है, तो इनसे दिमाग को शांति मिलती है।
कैसे करें मंत्र मेडिटेशन?
समय का चुनाव
सुबह सूर्योदय का समय मेडिटेशन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, लेकिन आप अपनी सहूलियत के हिसाब से कोई भी समय चुन सकते हैं।
स्थान निश्चित करें
एक ऐसी जगह चुनें, जहां ताज़ी हवा आती हो और प्रकृति का स्पर्श हो।
ध्यान भटकाने वाली चीज़ों को रखें दूर
ध्यान का अभ्यास करते समय अपने फोन, टीवी, पालतू जानवर और बच्चों को दूर रखें।
ध्यान की मुद्रा में आएं
सहज कपड़े पहनकर चटाई पर बैठ जाएं। हाथों को घुटनों पर रखें, हथेलियों को नीचे की ओर करें या दोनों हाथों को एक-दूसरे के ऊपर रख कर अपनी नाभि के सामने रखें।
ध्यान लगाएं
अब किसी एक चीज़ पर अपना ध्यान फोकस करें। यह कुछ भी हो सकती है जैसे भगवान, किसी की सूरत या कोई और चीज़।
मंत्रों का उच्चारण करें
आपको जो कोई भी मंत्र अच्छा लगता हो या जिसमें आप आस्था रखते हो उसका उच्चारण करें। आप इस मंत्र को बोलकर या मन में दोहरा सकते हैं। आप मंत्र की जगह किसी ऐसे शब्दों के समूह को भी दोहरा सकते हैं जो आपको शांति देते हैं या प्रेरित करते हैं।
मंत्र मेडिटेशन के लाभ
दरअसल इस ब्रह्मांड की सभी ध्वनियों में कंपन यानि वाइब्रेशन होता है और सबकी अपनी एक लय यानि रिदम होती है। अगर देखा जाए, तो आपके विचार और भावनाएं आपके शरीर में कंपन हैं। जब आपके शरीर की कंपन मंत्रों के उच्चारण के कंपन से मिलती हैं तो आप अपनी भावनाओं, विचारों और सोच को स्पष्ट रूप से समझने लगते हैं।
- मंत्र मेडिटेशन आपके मन में उठ रहे उन विचारों को कम करता है, जो आपका ध्यान इधर-इधर भटकाते हैं। इससे आपके जीवन की गुणवत्ता बढ़ती है।
- यह आपके दिमाग को शांत करता है और तनाव को दूर करता है।
- इसके अभ्यास से आप जानने लगते हैं कि आपका दिमाग काम कैसे करता है।
- इससे क्रोध, ईर्ष्या और दिमाग के दूसरे नकरात्मक भाव दूर होते हैं।
- यह नर्वस सिस्टम को शांत करता है।
अगर आप भी तनाव मुक्त होना चाहते हैं तो मंत्र मेडिटेशन का अभ्यास करें।
और भी पढ़िये : कोरोना महामारी के बाद ऑफिस जाते समय ध्यान रखें ये 5 बातें
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।