योग एक ऐसा विषय है, जिसमें महारत हासिल करने में समय लगता है, लेकिन एक बार आपने योग की ताकत को पहचान लिया, तो आपका शरीर लचीला और मन शांत हो सकता है। कई लोग सोचते हैं कि योग करने के लिए शरीर का लचीला होना ज़रूरी है, ऐसा बिलकुल नहीं है। जब आप योग करना शुरु करेंगे, तो हो सकता है कि शुरुआत में आपके शरीर में थोड़ा दर्द हो, जो किसी भी नई तरह की कसरत करने से हो सकता है। लेकिन अगर आप नियमित योग करेंगे, तो धीरे-धीरे आपके शरीर में लचीलापन खुद ही आ जाएगा। अगर आप योग की शुरुआत खुद से करना चाहते हैं, तो इन 5 आसनों को आज़माएं। बताए जाने वाले हर आसन की अपनी चुनौतियां और लाभ हैं।
ताड़ासन या माउंटेन पोज़
अपने पैरों को एक साथ ऐसे जोड़ें कि पंजों की उंगलियां पास-पास हों और एड़ियां एक दूसरे से थोड़ी सी दूर हों। अब बैलेंस बनाते हुए हाथों को ऊपर करें और अपने वज़न को पैरों के ज़रिए सिर से ऊपर की ओर उठाएं। अपने कंधों को पीछे की तरफ आराम से खींचें और गहरी सांस लें।
फायदे – संतुलन, धैर्य, ध्यान लगाने में सहायक
अधोमुखास्वानासना या डाउनवर्ड फेसिंग डॉग
अपने दोनों हाथों और पैरों पर आ जाएं। हाथों को थोड़ा आगे की ओर ले जाएं, पंज़ों को आगे की ओर से ज़मीन से लगाएं रखें, अपने हिप्स को उठाएं और पीछे की ओर खींचें, कोशिश करे की आपके पैर सीधें रहें। अपनी हथेलियों को ज़मीन से मिलाकर रखें और अपने कधों को बाहर की तरफ घुमाएं और अपने जांघ की मांसपेशियों में खिचाव महसूस करें।
फायदे – कंधें खुलते हैं, रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है, टांगों में लचीलापन आता है और मन को शांति मिलती है।
त्रिकोणासन या ट्राइएंगल पोज़
पैरों को चौड़ा करके खड़े हो जाएं, बायां पैर थोड़ा अंदर की ओर और दायां पैर 90 डिग्री पर मुड़ा हुआ हो। अपने हाथों को कंधे के लेवल पर फैलाएं और जहां तक कमर को बिना मोड़े दाहिने पैर की तरफ झुक सकते हैं, नीचे की तरफ जाएं। 5 बार सांस लें और दूसरी तरफ दोहराएं।
फायदे – संतुलन को बढ़ावा देता है, पैरों और पीठ के दोनों किनारों को लचीला बनाता है।
वृक्षासन या ट्री पोज़
इसे ताड़ासन की तरह शुरु करें, फिर एक पैर के घुटने को मोड़ें और दूसरे पैर की जांघ पर या घुटने के नीचे रखें। अपने हाथों को प्रार्थना की स्थिति में जोड़ें और नज़रों को सामने किसी एक जगह पर टिकाए रखें। 10 बार सांस लें और दूसरे पैर से दोहराएं।
फायदे – संतुलन और एकाग्रता बढ़ाता है।
बालासन या चाइल्ड पोज़
अपनी एड़ी पर सीधे बैठें और अपने शरीर के ऊपरी भाग को आगे की ओर झुकाएं। जितना हो सके सिर को आगे मैट तक ले जाकर टिकाएं। अपने हाथों को आगे की तरफ बढ़ाएं और छाती को घुटनों में दबाएं। गहरी सांस लें और शरीर को इस आसन में रखें।
फायदे – मन को गहरी शांति, कूल्हों और जांघों की मांसपेशियों में लचीलापन लाता है, पीठ और गर्दन में आराम पहुंचाता है।
इन आसानों की मदद से आप योग की शुरुआत कर सकते हैं। तो देर किस बात की, योग का फायदा उठाएं, तन और मन को लाभ पहुंचाएं।
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