Download The App
Scan and download the app
इस समय दुनिया का सबसे बड़ा मुद्दा है जलवायु परिवर्तन। ऊपर से संयुक्त राष्ट्र की आई रिपोर्ट के अनुसार भविष्य में चिंता के विषय को बढ़ा दिया है। क्या है वह रिपोर्ट पढ़िये लेख में-
अगर भविष्य को हरा भरा रखना है, तो पर्यावरण को बचाना होगा। हरियाली की इसी अहमियत का पुख्ता सबूत बनी है, मुंबई की आरे कॉलोनी।
आजकल लोग अपने स्वार्थ और लालच के लिए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर, पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करते हैं, तो वहीं मदुरई के एक शहर में दो पेड़ों का 100वां जन्मदिन मनाया गया।
पेड़ लगाने और पर्यावरण बचाने को लेकर विज्ञापन तो कई देखने को मिलते है और उन्हें देखकर लगता है कि हमें पेड़ लगाने चाहिये। पर क्या आप अपनी इस ज़िम्मेदारी को निभाते है? अगर नहीं, तो आपको केरल के प्रशासन से सीख लेनी चाहिये। कैसे वह पर्यावरण को बचाने की कोशिश कर रहा है, पढ़िये इस लेख में-
गर्मियों में पानी की कमी से इंसान ही नहीं पक्षी भी बहुत परेशान रहते हैं, लेकिन समाज के कुछ भले लोगों की बदौलत पक्षियों को गर्मियों में पानी नसीब हो जाता है। कुछ समय पहले ThinkRight.me हिन्दी ने कोच्चि के कुछ आईटी कर्मचारियों के बर्डबाथ की कहानी बताई थी। आज केरल के ऐसे इंसान की कहानी बताने जा रहे हैं जो पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए मुफ्त में मिट्टी के बर्तन बांट रहा है। पक्षियों को मिले पानी केरल के एर्णाकुलम के मुप्पाथडम गांव में रह रहे 70 वर्षीय श्रीमन नारायण पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए जो काम […]
तापमान का पारा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। इसका असर न सिर्फ इंसानों, बल्कि पक्षियों पर भी होता है। हम तो फिर भी घर की चारदीवारी में पंखे और कूलर के नीचे राहत की सांस लेते हैं, लेकिन पक्षियों के लिए गर्मी का मौसम बहुत मुश्किल होता है। हर साल लू और पानी की कमी से कई पक्षियों की मौत हो जाती है। ऐसे में इंसानों की छोटी सी पहल भयंकर गर्मी में पक्षियों की जान बचा सकती है। पक्षियों के लिए पानी अपने घर के बाहर एक बर्तन में पानी रखकर आप पक्षियों को गर्मी से राहत दिला सकते […]
शहरों में बढ़ता वायु प्रदूषण बहुत बड़ी समस्या बन चुका है। इससे बचने के लिए ग्रेटर चेन्नई निगम ने साइकिल शेयरिंग की अनोखी शुरुआत की है। इस पहल में यात्री नज़दीकी जगह तक जाने के लिए किराए पर साइकिल ले सकते हैं। तिरुमंगलम मेट्रो स्टेशन के अलावा चेन्नई शहर के कई और भी इलाकों में साइकिल शेयरिंग शुरू की है। फिलहाल 6 जगहों पर यात्रियों को 60 साइकिलें मिलेंगी, बाद में इसकी संख्या बढ़ाकर 250 की जाएगी। साइकिल शेयरिंग प्रणाली की शुरुआत का मकसद गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को कम करना है। यदि चेन्नई की तर्ज पर बाकी जगह […]
19वीं शताब्दी के वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु ने सबसे पहले पेड़ों में जान होने की बात साबित की थी और कहा था कि पौधों का महसूस करने का अपना एक अलग तरीका होता है। एक पत्ती तोड़ते वक्त भी हम नहीं जानते कि वे किस दर्द से गुजर रहे होंगे। जगदीश चंद्र बसु की इस बात को हम आमतौर पर भूल जाते हैं और अपने फायदे के लिये पेड़ों को नुकसान पुहंचाते है, लेकिन पुणे के माधव पाटिल इस बात को समझते हैं। इसी लिये तो वह दो साल से पेड़ों को कील की चुभन से आज़ादी दिला रहे हैं […]
सड़कें और इमारतें बनाने के लिए जिस तरह अंधाधुंध तरीके से पेड़ों की कटाई हो रही है, उससे शहर कंकरीट के जंगलों में बदल चुके हैं। अब तो बड़े शहरों में बमुश्किल ही हरियाली देखने को मिलती है। पेड़ों की कटाई के पीछे तर्क दिया जाता है कि विकास के लिए यह ज़रूरी है लेकिन पेड़ों को बचाते हुये विकास का काम कर रहे है, उदयपुर के वनस्पति वैज्ञानिक बद्रीलाल चौधरी। पेड़ों को किया रीलोकेट एक-दो पौधों को अपनी जगह से उखाड़कर दूसरी जगह तो शायद हर किसी ने किया होगा, मगर बद्रीलाल अब तक 10,000 हरे भरे और विशाल […]
ThinkRight empowers you with calming tools, techniques, and affirmations that compel you to begin your day with a mindful mindset. The right thought flows into the right action and behaviour, changing your perspective towards life.
Have a question?
Contact us at
Connect with us
+91 808080 9339
Write to us at
© 2010-2022 ThinkRight
Gift your team a ThinkRight subscription to spread the joy for a whole year
You can see how this popup was set up in our step-by-step guide: https://wppopupmaker.com/guides/auto-opening-announcement-popups/
Congratulations! You are one step closer to a happy workplace. We will be in touch shortly.