योग ऐसा अभ्यास है, जिसमें व्यक्ति मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से शामिल होता है। शारीरिक ऊर्जा बढ़ाने के साथ-साथ योग व्यक्ति को मानसिक शक्ति भी देता है। इसके अभ्यास से एकाग्रता बढ़ाने और बेहतर तरीके से ध्यान लगाने में मदद मिलती है। यदि आप अपने मूड को संतुलित करना चाहते हैं, तो योग से अच्छा और क्या हो सकता है।
मूड अच्छा करता है योग – रिसर्च
प्रत्येक योग मुद्रा में अलग की शक्ति और शारीरिक व मानसिक फायदे होते हैं, जो आपको अधिक ऊर्जावान महसूस करने में मदद करने से लेकर तनाव को कम करने में मदद करते हैं। यही रिसर्च भी कहती है।
बोस्टन यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर (BUMS) के रिसर्च के अनुसार योग करने से ब्रेन का गामा अमिनोब्यूट्रिक एसिड (gamma-aminobutyric acid) का स्तर बढ़ जाता है। इससे दिमाग को नर्व एक्टिविटी रेगुलेट करने में आसानी होती है। ये केमिकल व्यक्ति के मूड और तनाव व घबराहट को कम करता है। इसलिए दवाइयों का सहारा लेने की बजाय योग करें, जिससे तनाव दूर होगा और मूड भी अच्छा रहेगा।
जानिए, किन योगासनों को करने से मूड को बेहतर बनाया जा सकता है।
अधोमुख श्वानासन
क्या आपको तनाव लग रहा है? आगे झुकने से पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम (PNS) को सक्रिय करके चिंता शांत होती है, जो आपको आराम महसूस करने और तनाव मुक्त करने में मदद करता है।
अंजनेयासन
अगर आपको लगता है कि शरीर में ऊर्जा को बढ़ावा देने की आवश्यकता है? तो फिर सुबह की कॉफी छोड़ें और इस स्फूर्तिदायक मुद्रा के साथ स्वभाविक रूप से जागें।
बैक बेंडिंग पोज़, लो लंज की तरह, सिम्पैथेटिक नर्वस सिस्टम (SNS) को सक्रिय करते हैं। योगा टू कोप के अनुसार, तंत्रिका तंत्र की यह एसएनएस शाखा आपके शरीर को अलर्ट मोड में रखती है, जिससे शरीर में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है और शरीर ऊर्जा महसूस करता है।
भुजंगासन
तनाव और थकान दूर करने के लिए यह आसन बहुत सरल और असरदार है। इसे कोबरा पोस्ट भी कहते हैं, इससे अनिद्रा की समस्या में राहत मिलती है। कोबरा जैसी मुद्रा हृदय चक्र को खोलकर जीवन में करुणा और प्रेम को बढ़ाती है। रोज़ाना इस भुजंगासन करने से अच्छी नींद आती है। इसके अन्य फायदों में रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है। छाती, फेफड़ों, कंधों व पेट में खिंचाव आता है। चेहरे पर ग्लो आता है। त्वचा चमकदार और झुर्रियों की समस्या नहीं होती है।
आनंद बालासन
अक्सर छोटे बच्चे जब बहुत खुश होते हैं, तो वो अपने दोनों हाथों-पैरों को ऊपर उठाकर खिलखिलाते हैं। क्या आप जानते हैं कि ये एक तरह का योगासन है, जिसे आनंद बालासन या हैप्पी बेबी पोज़ कहते हैं। ये आसन तनाव दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आज के समय में चाहे ऑफिस या घर के काम हो, हम अपने बैठने का लेटने के ढंग का ध्यान नहीं रखते हैं। ऐसे समय में लंबे समय तक बैठने कारण यह संभव है कि कमर और गर्दन में दर्द होना शुरू हो जाता है। इससे हमारे हिप्स, और ग्लूट आदि की मसल्स भी अकड़ने लगती हैं। ऐसे में यह आसन न सिर्फ पूरे शरीर की थकावट को दूर करता है, बल्कि तनावमुक्त भी महसूस कराता है।
चक्रासन
इस आसन में शरीर की मुद्रा किसी चक्र के समान दिखाई देती है, इसलिए इसे चक्रासन कहा जाता है। इसे ऊर्ध्व धनुरासन भी कहा जाता है। इसके नियमित अभ्यास से तनाव और अवसाद दूर करने में मदद मिलती है।
नटराजसन
यह भगवन नटराज की मुद्राएं है। भगवान शिव का यह नाम उनके नृत्य की वजह से पड़ा है। उनकी नृत्य करती हुई स्थिति को संस्कृत में नटराजासन भी कहा जाता है। जबकि अंग्रेजी में इस आसन को डांसर पोज कहा जाता है। शरीर को संतुलित बनाने के लिए यह योगासन मददगार साबित होता है। इसके अलावा मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। जब आप खुद को विचलित महसूस करते हैं, तो नटराजासन को करने पर एकाग्रता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। यह आसन आपके मस्तिष्क में रक्त संचार को बनाए रखने का काम करता है जिससे कि मानसिक समस्याओं को दूर रखा जा सकता है। साथ ही इस आसन के समय किए जाने वाले श्वासन क्रिया तनाव को दूर रखने में मदद कर सकता है।
भारतीय संस्कृति ने हमें योग के रुप में ऐसा वरदान दिया है, जो शारीरिक और मानसिक टेंशन दूर करने के साथ मांसपेशियां को भी आराम दिलाती है। तो देर किस बात की अब से जब भी मूड खराब हो, तो इस सरल आसन को करके अपने तनाव और मूड को ठीक करें।
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