योग और मेडिटेशन को ज़्यादातर लोग एक जैसा ही समझते है लेकिन योग और ध्यान हमारी दो अलग-अलग मानसिक और शारीरिक स्थिति को दर्शाता है। मेडिटेशन और योग परस्पर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। मेडिटेशन और योग दोनों पतंजलि के योग सूत्र के आठ अंगों का हिस्सा हैं।
योग और मेडिटेशन में अंतर
मेडिटेशन और योग में समानताएं हैं, लेकिन यह दोनों एक ही चीज नहीं हैं। मेडिटेशन, योग का ही एक अंग है इसलिये इन दोनों के बीच कई महत्वपूर्ण अंतर है।
मेडिटेशन क्या है?
व्यक्ति की चेतना और मन को वश में करने का सबसे बेहतर तरीका मेडिटेशन है। मेडिटेशन व्यक्ति को करुणामयी, प्रेमशील, धैर्यवान, क्षमाशील और उदार बनाता है। इससे शरीर और मन में नयी उर्जा जागृत होती है। मेडिटेशन में व्यक्ति एक शांतिपूर्ण स्थान पर बैठता है और अपनी सारी ऊर्जा किसी विशेष वस्तु या किसी अन्य साधन पर केंद्रित करने की कोशिश करता है जो मेडिटेशन करने में मदद करता है। तनाव से भरी ज़िंदगी में मेडिटेशन का बहुत ज्यादा महत्व है। मेडिटेशन करने से व्यक्ति तनावमुक्त रहने के साथ ही वर्तमान क्षण के अनुभवों के बारे में जागरूकता बढ़ाने की सुविधा प्रदान करता है।
योग क्या है?
योग एक शारीरिक क्रिया है। गहरी सांस लेना और लम्बे समय तक मन को शांत रख कर एकाग्रचित्त होकर बैठना योग का सबसे बड़ा नियम है। योग एक ऐसा ज़रिया है जिससे व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक शांति दोनों ही मिलती है। योग व्यक्ति को मानसिक, अध्यात्मिक, भौतिक, आत्मिक और शारीरिक तौर पर स्वस्थ बनाता है। योग प्राणायाम या ऊर्जा-नियंत्रण के माध्यम से शरीर में मुख्य रूप से ऊर्जा के प्रसार का काम करता है। आसन और प्राणायाम सिर्फ योग सिद्ध करने के साधन है।
क्या है योग और मेडिटेशन के फायदे
- मेडिटेशन करने से व्यक्ति एकाग्रता से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सकता है।
- मेडिटेशन व्यक्ति के लक्ष्य को और ज़्यादा मज़बूत बनाता है और मानसिक शांति देता है।
- व्यक्ति रचनात्मक होने लगता है।
- योग से व्यक्ति को मानसिक शांति देने के साथ-साथ शारीरिक तौर पर भी स्वस्थ रखता है।
- योग पूरे शरीर को डिटॉक्स करता है।
- शरीर में लचीलापन लाता है।
- योग करने से व्यक्ति की शारीरिक बीमारिया ठीक हो सकती है।
- मेडिटेशन योग का ही एक हिस्सा है इसीलिए मेडिटेशन मानसिक परेशानियों को दूर करने में भी सक्षम है।
योग और मेडिटेशन दोनों एक दूसरे की मदद करते हैं। योग और मेडिटेशन से शरीर ही नहीं दिमाग से भी व्यक्ति स्वस्थ रहता है। नियमित तौर पर योग और मेडिटेशन करने से व्यक्ति चिंतामुक्त व बीमारीमुक्त हो जाता है।
और भी पढ़िये : क्यों हमेशा थके रहते हैं आप? जानिये कारण और उपाय
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।