यदि आप भी उन लोगों में से एक है जिन्होंने कुछ दिन पहले ही बिना किसी के निर्देश में योग की शुरुआत की है, तो हो सकता है कि आपको इसके बारे में पूरी जानकारी न हो। योग हर तरह से फायदेमंद है, लेकिन इसका पूरा लाभ तभी मिलता है जब इसे सही तरीके से किया जाए और इससे जुड़े नियम व सिद्धांतों की जानकारी हो। योग करने से पहले आपको भी उसके कुछ अहम सिद्धांतों के बारे में जान लेना चाहिए।
आराम से करें शुरुआत
जिस तरह कार्डियो या दूसरी एक्सरसाइज़ करने से पहले आप शरीर को वॉर्मअप करते हैं, वैसे ही योग की शुरूआत भी मांसपेशियों को ढीला करके ही की जानी चाहिए। मांसपेशियों को रिलैक्स करने वाले सामान्य आसान से शुरुआत करते हुए धीरे-धीरे कठिन आसन की ओर बढ़ना चाहिए, क्योंकि तभी शरीर पूरी तरह से लचीला होता है और सही तरीके से संतुलन बना पाते हैं। कसरत की तरह ही योग के पहले भी शरीर को वॉर्मअप करना और लचीला बनाना ज़रूरी है।
आसन है फायदेमंद कसरत
योग के आसन किसी भी दूसरी कसरत की तरह ही आपके लिए फायदेमंद है। अलग-अलग तरह के आसन आपके शरीर के अलग-अलग हिस्सों की मांसपेशियों में खिंचाव लाते हैं और उसका तनाव कम करने में मदद करते हैं। आसन बहुत अहम योग सिद्धांत है, क्योंकि यह पूरे शरीर में रक्त संचार को सुचारु रखने में मदद करता है और रीढ़ से लेकर जोड़ों तक की मांसपेशियों को लचीला बनाता है। इतना ही नहीं योगासनों के अभ्यास से तनाव कम होता है, क्योंकि यह शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन का स्राव बढ़ाता है जिसे फील गुड हार्मोन भी कहा जाता है।

प्राणायाम
योग का तीसरा महत्वपूर्ण सिद्धांत प्राणायाम है। इसमें सांस लेने की खास तकनीक के ज़रिए मन को शांत रखने और ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की जाती है। नियमित रूप से प्राणायाम करने से फेफड़े भी स्वस्थ रहते हैं और को मानसिक शांति का अनुभव होता है।
संतुलित आहार
सिर्फ योग के आसनों का अभ्यास ही काफी नहीं है, बल्कि योग के सिद्धांत में आहार को भी महत्वपूर्ण बताया गया है। पौष्टिक व संतुलित आहार आपके इम्यून सिस्टम को मज़बूत करके रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाता है और आपको स्वस्थ रखता है। जब आप स्वस्थ रहते हैं, तभी एकाग्रचित होकर सही तरीके से योगाभ्यास कर सकते हैं और इसका पूरा लाभ ले सकते हैं।
पॉज़िटिव सोच
योग सिर्फ शरीर को ही नहीं मन को भी स्वस्थ रखने की तकनीक है, तभी तो इसका एक महत्वपूर्ण सिद्धांत हो पॉज़िटिव सोच को बढ़ावा देना। जब आप पॉज़िटिव सोचते हैं तो आपके विचार अपने आप शुद्ध हो जाते हैं और आत्मविश्वास बढ़ता है। आप अपनी कमज़ोर और मज़बूत पहलुओं को समझ पाते हैं और योग का नियमित अभ्यास से आप अपने आपको अनुशासित करने में भी सफल होते हैं। मेडिटेशन और रिलैक्सेशन तकनीक के ज़रिए योग सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने का काम करता है।
यदि आपने अभी तक योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा नहीं बनाया है, तो आज से ही इसे रूटीन में शामिल कर लें।
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