प्रेम एक खूबसूरत एहसास है, जिसका सीधा संबंध दिल यानी आपके हृदय से होता है। तभी तो जब कोई व्यक्ति या चीज़ आपको पसंद आती है, तो दिल में एक अजीब सा एहसास होता है उसे पाने का। यदि आप अपने दिल में बसे प्रेम को अपनों पर लुटाना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने दिल को दुरुस्त रखिए, क्योंकि जब दिल स्वस्थ रहेगा तभी तो इसमें प्रेम का एहसास जीवित रहेगा। कुछ छोटे-छोटे काम करके आप अपने दिल को सेहतमंद रख सकते हैं।
दिल को दुरुस्त रखने के 5 आसान उपाय
गहरी सांस लें-
गहरी सांस यानी डीप ब्रीदिंग न सिर्फ आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है, बल्कि आपके संपूर्ण स्वास्थ्य का ख्याल रखता है। यह तनाव कम करने में मदद करता है और जब तनाव कम होगा तो हृदय पर दबाव कम रहेगा और हृदय रोगों का खतरा भी कम जाएगा। डीप ब्रीदिंग को डायाप्रेगमेटिक ब्रीदिंग भी कहा जाता है, इसमें सामान्य तरीके से नाक से सांस लेने की बजाय पेट से सांस लिया जाता है जिससे फेफड़ों तक अधिक ऑक्सीजन सप्लाई होती है। गहरी सांस लेने के लिए आप मेडिटेशन, ऊं का जाप या अनुलोम-विलोम आदि कर सकते हैं।
सैर करें-
दिल को स्वस्थ रखने के लिए कसरत बहुत ज़रूरी है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आप मुश्किल एक्सरसाइज़ करें। 30 मिनट से लेकर 45 मिनट तक की सैर भी एक तरह की कसरत ही है। दरअसल, यह एरोबिक एक्सरसाइज़ का एक आसान प्रकार है, जो दिल के साथ ही संपूर्ण शरीर को स्वस्थ रखता है। इससे फेफड़ों तक अधिक ऑक्सीजन सप्लाई होती है, जिससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है। यह ह्रदय गति बढ़ाने और उसे मज़बूत करने के साथ ही पूरे शरीर में रक्त संचार बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके दिल को स्वस्थ रखता है।
खुशबू
अच्छी और मनमोहक खुशबू सुकून का एहसास करती है। कई रिसर्च के मुताबिक, एसेंशियल ऑयल की भीनी महक तनाव दूर करने में मददगार है। अरोमा थेरेपी के हिस्से के रूप में कुछ समय के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल दिल के लिए फायदेमंद होता है, इसमें तुलसी, क्लैरी सेज, नीलगिरी, लैवेंडर आदि शामिल है। यह हाई ब्लड प्रेशर और ह्रदय गति को सामान्य करके सुकून का एहसास दिलाती है जिससे अच्छी नींद आती है।
डायरी लिखना
तनाव का दिल की सेहत पर बहुत बुरा असर होता है, इसलिए हमेशा तनाव कम करने कोशिश करें। डायरी लिखना इसका एक अच्छा तरीका है। 2005 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के मुताबिक, हफ्ते में 3-5 बार 15-20 लाइनें लिखने से स्ट्रेस कम होता है, इम्यून सिस्टम बेहतर तरीके से काम कर पाता है और ब्लड प्रेशर भी कम होता है जिससे आपका हृदय स्वस्थ रहता है।
पॉज़िटिव वाक्य
जब हम रोज़ाना कुछ पॉज़िटिवि बातें खुद से कहेंगे तो इसका असर न सिर्फ हमारी मानसिक सेहत पर होता है, बल्कि दिल भी दुरुस्त रहेगा, क्योंकि ऐसी बातें स्ट्रेस घटा देती है। दिल को स्वस्थ रखने के लिए रोज़ाना खुद से कहें ये बातें-
- मैं इस पल/रिश्ते में मौजूद प्रेम के साथ जुड़ना और इसे महसूस करना चाहता हूं।
- मैं अपने दिल की शुरुआत, मैं जैसा भी हूं खुद से प्यार करके और स्वीकार करके करता हूं
- जैसे-जैसे मैं दूसरों के लिए अपने मन के दरवाज़े खोलता हूं, खुद से भी उतना प्यार करता हूं।
प्यार के इस मौसम में आप भी दूसरों के साथ ही खुद से प्यार करिए और अपने दिल की सेहत का ख्याल रखिए।
और भी पढ़िये : सीने में जलन की वजह हो सकते हैं ये खाद्य पदार्थ
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।