जब बार-बार पेट खराब हो, या फिर पेट में मरोड़े उठते रहे, तो इंसान का किसी भी काम में मन लगता और फिर सारा दिन खराब हो जाता है। यही परेशानी धीरे-धीरे शरीर और मन दोनों को कमज़ोर बना देती है। इस वजह से व्यक्ति के मूड पर भी असर पड़ता है।
पाचन खराब होने पर आप कुछ घरेलू उपायों को आज़मा सकते हैं। जानिए कुछ ऐसे नुस्खे, जिनका सेवन करते रहने से आपकी पाचन तंत्र की समस्या दूर हो जायेगी और आपकी सेहत बेहतर बनेगी।
हींग
इसमें पाए जाने वाला एंटीआक्सीडेंट, एंटीफ्लूएंट आदि गुण पाचन क्रिया के लिए अच्छे हैं। यह गैस, पेट फूलना, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (IBS) और पेट के कीड़े जैसी समस्याओं के लिए सदियों पुरानी दवा है। डाइजेशन सही रखने के लिए खाने के बाद, एक चुटकी हींग एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर पी लें। छोटे बच्चों के पेट दर्द में थोड़ा सा हींग पानी में मिलाकर उसकी नाभि के आसपास लगाने से पेट की गैस और दर्द से आराम मिलता है।
सौंफ
एसिडिटी को दूर करने के लिए, सीने की जलन कम करने के लिए और खाना अच्छी तरह पचाने के लिए आप सौंफ ले सकते हैं। रोज़ाना एक एक चम्मच सौंफ लेने से पाचन क्रिया सही बनी रहती है।
केला
सबसे आसानी से मिलने वाला फल है केला, जो हर मौसम मिलता है। केले में जो स्टार्च होता है, वह पाचन तंत्र के गुड बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद होता है। केले एंटी एसिड भी होते हैं, इसलिए अगर किसी को सीने में जलन की समस्या होती है, तो केले का सेवन फायदेमंद है। सस्ता होने के साथ – साथ यह पाचन शक्ति को भी बढ़ाता है, इसलिए केला खाएं और अपनी सेहत बनाये।
ईसबगोल भूसी
यह एक पौधे का बीज है जिसे प्लांटागो ओवाटा के नाम से जाना जाता है। ईसबगोल का पौधा लगभग गेहूं के पौधे जैसा ही होता है। पेट की सभी समस्याओं के लिए ईसबगोल को आयुर्वेद में रामबाण औषधि माना गया है। क्योंकि इसमें पाया जाने वाला अघुलनशील फाइबर मल त्याग की क्रिया को आसान बनाता है और पेट फूलना, गैस, कब्ज आदि समस्याओं में मदद करता है। आधा से एक चम्मच ईसबगोल की भूसी को एक कप गर्म पानी या दूध में मिलाकर सोने से पहले पिएं ऐसा करने से सुबह आपका पेट सही से साफ होगा। ये आसानी से मार्किट में मिल जाता है।
पानी
पानी सबसे सस्ती और प्राकृतिक पाचन शक्ति बढ़ाने की दवा है। क्योंकि यह पेट साफ करने का सबसे बेहतर तरीका है। पानी शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। इससे पाचन शक्ति मज़बूत करने में काफी मिल सकती है। रोज़ाना सुबह गुनगुना पानी हो या फिर नींबू पानी का सेवन करने से पाचन तंत्र को मज़बूत किया जा सकता है।
शारीरिक गतिविधियां
रोज़ाना चलने, दौड़ने, जॉगिंग जैसी गतिविधियों को शामिल होने करने से न सिर्फ पूरे शरीर की अच्छी खासी कसरत हो जाती है। साथ ही उचित पाचन में मदद मिलती है और हमारी आंतों को साफ करता है।
वैसे इन तरीकों को रोज़मर्रा के जीवन में अपनाना आसान है, तो फिर आज से इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखिए।
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