ये तो सभी जानते हैं कि मेडिटेशन से शरीर और मन को सुकून मिलता है लेकिन ज़रूरत है इसका नियमित रूप से अभ्यास करना। दरअसल, जब भी हम मेडिटेशन करने की कोशिश करते हैं, तो उसका मन कहीं और ही सोच में चला जाता है। इससे मेडिटेशन करने में परेशानी होती है, इसलिए सही से ध्यान केंद्रित करने के लिए ज़रुरी है कि हम डीप मेडिटेशन करें।
डीप मेडिटेशन क्या है?
गहन यानी की डीप मेडिटेशन व्यक्ति के विचारों को नियंत्रित करता है और उसे परम शांति का अनुभव कराता है। सिर्फ मेडिटेशन करना ही काफी नहीं होता। मेडिटेशन करते हुए व्यक्ति को अपने विचारों पर नियंत्रण करना भी मेडिटेशन की एक कला है। बैठने के सही तकनीक को अपनाकर और शांत दिमाग से भी डीप मेडिटेशन किया जा सकता है। डीप मेडिटेशन करने से व्यक्ति चिंता करना बंद कर सकते हैं।
डीप मेडिटेशन करने से मानसिक सेहत को तो फायदा होता ही है, लेकिन इसका सबसे बड़ा फायदा व्यक्तिगत स्तर पर होता है, क्योंकि मेडिटेशन व्यक्ति को अपने शरीर और इंद्रियों के प्रति सजग बनाता है।
कैसे करें डीप मेडिटेशन?
सबसे पहले ऐसी जगह चुननी चाहिए जहां कोई डिस्टर्ब न हो और जहां का वातावरण शांत हो। दिमाग को आराम देने के लिए हल्का सफेद या पीला प्रकाश काफी अच्छा होता है। इसलिए लाइट की जगह अगर मोमबत्ती, दिया या फिर लैंप उपयोग में ला सकते है। इससे गहराई से मेडिटेशन करने में आसानी होती है। मेडिटेशन करने का सबसे अच्छा समय सुबह का माना जाता है, लेकिन व्यक्ति चाहे तो इसे शाम को भी कर सकता है। बस इस बात का ध्यान रहे कि ऐसा समय न चुने जब आपको बीच में ही किसी काम के लिए ध्यान छोड़कर उठना पड़े।
कई तरीकों से डीप मेडिटेशन करना आसान है
तस्वीर या खाली दीवार की ओर ध्यान केंद्रित करना
जो लोग आंखे बंद करके मेडिटेशन करते है, उन्हें नींद आने का डर रहता है और जो आंखे खोलकर मेडिटेशन करते है, उन्हें ये कठिन लगता है। इसके लिए एकटक खाली दीवार पर या फिर किसी तस्वीर पर ध्यान केंद्रित करे। अगर ज़रूरत हो, तो पलक झपका सकते हैं।
सांसों पर ध्यान केंद्रित करना
आते-जाते सांसों पर ध्यान केंद्रित करें या 8 से 10 सेकंड तक गहरी सांसे ले और छोड़े। 2 मिनट तक इस प्रक्रिया को दोहराये। इसमें सांस लेने और छोड़ने का अनुभव करे। बंद आंखों से भी देखने का प्रयास करे।
माला का इस्तेमाल
अगर आप ध्यान सीखने में नए है तो एक माला ले लीजिये। माला को हाथ में लेकर एक एक मोती पकड़ते हुए अपनी सांस ले और छोड़े। ऐसा आपको हर माला के मोती के साथ रिपीट करना है।
संगीत के द्वारा
यह म्यूजिक या संगीत दिमाग को शांत और स्थिर रखने में मदद करता है। अगर मन में कोई बात विचलित करती है, तो संगीत से मन को बहुत आराम मिलता है।
अगर आप भी डीप मेडिटेशन करते हैं, तो पॉज़िटिव अहसास के साथ दिमाग को शांत और प्रसन्न रखना आसान हो सकता है।
और भी पढ़िये : सुहाने सर्द मौसम का साथी मूंगफली और इसके फायदे
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।